
गाज़ीपुर डम्पिंग ग्राउंड के ख़िलाफ़ ” जन आक्रोश प्रदर्शन”
पूर्वी दिल्ली। आज समाज सेवी संस्था इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स प्रोटेक्शन काउंसिल द्वारा ग़ाज़ीपुर डम्पिंग ग्राउंड के ख़िलाफ़ जन आक्रोश प्रदर्शन का आयोजन किया गया जिसमें भारी संख्या में क्षेत्रवासियों, आरडब्ल्यूए और अन्य संस्थाओं ने हिस्सा लिया।1984 में बने ग़ाज़ीपुर डम्पिंग ग्राउंड की क्षमता 2001 में खत्म हो गयी थी लेकिन एमसीडी ने वहां कूड़ा जमा करना बंद नहीं किया जिसके कारण 2017 में कूड़े का पहाड़ फिसल गया और उसमें दो लोंगों की जान चली गयी।
इस घटना के बाद सुप्रीम कोर्ट ने मामले को संज्ञान में लिया और तत्काल वहां पर कूड़ा डंप करने पर रोक लगा दिया लेकिंन दबंग एमसीडी ने सुप्रीम कोर्ट के आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए कूड़ा डालना जारी रखा। अब एक साल में डम्पिंग ग्राउंड की ऊंचाई लगभग 20 मीटर बढ़ कर दिल्ली के कुतुबमीनार के बराबर पहुंचने वाली है।
डम्पिंग ग्राउंड से होने वाले प्रदूषण से जहां क्षेत्रवासियों का जीना दूभर हो गया है वहीं उसकी बढ़ती ऊंचाई से आस पास के लोंगों में अपने जीवन की सुरक्षा के प्रति खतरा बना हुआ है और तरह तरह की बीमारियों से लोग जूझ रहे हैं।
आज संस्था के लोंगों ने एक सांकेतिक प्रदर्शन करके एमसीडी को आगाह किया कि अगर 15 दिनों के अंदर यहां पर कूड़ा जमा करना बंद नहीं किया गया तो आने वाले समय में संस्था द्वारा अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया जाएगा। editorgulistan@gmail.com